Menu
blogid : 12914 postid : 6

आखिर आरोप लगे क्यों?

लगे तो लगे
लगे तो लगे
  • 32 Posts
  • 31 Comments

इन दिनों खुर्शीद दंपत्ति चैनलों अखबारों पर सफाई देते फिर रहे हैं कि उन्होंने कोई घोटाला नहीं किया….. अरविंद केजरीवाल झूठे हैं, विपक्षी पार्टी भाजपा झूठी है…. और तो और टीवी टूडे ग्रुप भी झूठा है…. मैं नहीं बता सकता कि आखिर कौन झूठा है और कौन सच्चा…… जांच तो चल ही रही है……शायद जांच के बाद खुर्शीद दंपत्ति के उपर लगे आरोप झूठा भी साबित हो सकता है ये मैं जोर देकर जरुर कह सकता हू…. लेकिन इन सभी से पहले कानून मंत्री सलमान खुर्शीद और कांग्रेस के नेताओं को सोचना चाहिए कि आखिर उनपर ये आरोप लगे तो क्यों???? कोई उनपर आरोप भला क्यों लगाना चाहेगा….. आखिर जो कागजात यानी की सबूत केजरीवाल के पास और एक चैनल के पास है क्या वो झूठे हैं….. अगर झूठे हैं तो मुझे क्या किसी को नहीं लगेगा कि कोई इतने विश्वास के साथ देश के कानून मंत्री पर ऐसे आरोप लगाएगा…. खैर जो कुछ भी समाचार चैनलों में दिख उससे तो यहीं साबित हो रहा था कि कानून मंत्री बौखला गए है…. आखिर जब उन्होंने कोई गलत काम किया ही नही ंतो उन्हें तो आगे आकर जांच करानी चाहिए थी जो शायद एक मिशाल साबित हो सकती थी लेकिन उन्होंने ऐसा तो नहीं किया बल्कि बौखलाहट में देश से लेकर विदेश तक की अदालत में चैनल वालों के खिलाफ मानहानि का दावा जरुर ठोंक दिया। जब उन्होंने प्रेस वार्ता बुलाई थी तो उसमें एक मिस्त्री नाम के बुजुर्ग को बुलाया था और उसे मीडिया के सामने पेश कर बताया कि उसे जिसकी जरुरत थी वो मिली की नहीं…..बुजुर्ग ने भी कहा कि मिली….. फिर वहीं सोमवार को ही अरविंद केजरीवाल ने भी कुछ ऐसे जरुरतमंदों यानी की विकलांगों को मीडिया के सामने पेश किया जिन्होंने कहा कि उन्हें तो ट्राई साईकिल की जरुरत थी लेकिन उन्हें कान की मशीन दे दी गई। भाई ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर जब किसी को ट्राई साईकिल की जरुरत थी तो उसे कान के मशीन क्यों दिए गए????? अच्छा इसमें भी गौर करने वाली बात की एक ट्राई साईकिल शायद पांच हजार तक की आए और कान का मशीन 1500 तक….. तो क्या इसमें घोटाले की बू नहीं आती……. वहीं इस मामले पर रही सही कसर इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने पूरी कर दी….. और हमेशा की तरह इस्पात मंत्री के बयान पर उत्पात मच गया…..उन्होंने कहा कि मामला 71 लाख का है अगर 71 करोड़ का होता तो यह घोटाला होता…. हालांकि बाद में वो फिर एक बार अपने बयान पर यूटर्न लेते हुए कहा कि अगर एक लाख की भी हेरफेर होती है तो वो घोटाला है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह भी बयान बाजी करने से नहीं चूंके। मामले पर जांच के बारे में कुछ ना कह उल्टा केजरीवाल पर और उनके एनजीओ पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए….. और शायद रात को सोते समय मन ही मन केजरीवाल को धन्यवाद भी दे रहें होंगे कि आखिर केजरीवाल ने एक बार फिर उन्हें मौका दिया कि वो मीडिया के सामने अपनी बातों को रख कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी की नजरों में अपनी अच्छी और कांग्रेसी छवि बना सके। कल रात को एक चैनल देख रहा था….वहां चर्चा चल रही थी……जिसमें पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि मीडिया कभी कभी अपनी सीमाएं लांघ जाता है जो दूसरो के लिए कष्टकारी साबित होता है….. और साथ में उस चर्चा में यह भी कहा गया कि मीडिया हाउस के खिलाफ जांच हो रही है जो जायज है…..ऐसे में एक सज्जन ने कहा कि जब लोकतंत्र के चैथे स्तंभ के खिलाफ ही जांच होने लगेगी तो फिर क्या बच जाएगा….. जाहिर है जो उन्होंने कहा सही कहा….. आखिर कभी सुना है आपने की सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है उसपर कोई जांच हुई है…. खैर यह बहुत बड़ी बात कह रहा हूं मैं…. लेकिन एक चैनल में काम करने के आधार पर कहना चाहूंगा कि यह सही नहीं है….. आखिर यही मीडिया है जिसने काॅमनवेल्थ और टूजी जैसे घोटालों का पर्दाफाश किया। खैर ये तो बानगी भर है… ऐसे अभी और कई मामले केजरीवाल खोलेंगे जिससे कांग्रेसी नेताओं और बाकी सभी नेताओं की साख और सुधरेगी! आल द बेस्ट…. केजरीवाल एंड कंपनी……..

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply